बकरी पालन का बिजनेस कैसे करें? पूरी जानकारी | bakri palan ka business kaise karen in Hindi

bakri palan ka business kaise karen, Goat farming Business पुराने समय में लोग पशुओं को अपने आर्थिक जीवन को चलाने के लिए पालते थे और आज भी लोग पशुओं को इसीलिए पालते हैं ताकि वह अपना आर्थिक जीवन चला सके। आज हम इसी विषय के बारे में बात करने वाले हैं कि बकरी पालन का बिजनेस कैसे करें, Goat farming Business 

दोस्तों क्या आपको पता है भारत में कुल बकरियों की संख्या 26% है। इसी को देखते हुए आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे देश में बकरी पालन का बिजनेस कितना प्रचलन में है और दिन-ब-दिन यह बिजनेस और भी बढ़ता जा रहा है। इस बिजनेस में काफी लोग जुड़े हुए हैं और अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं और नए नए व्यवसाय-कारी भी इस बिजनेस में जुड़ कर लाभ उठा रहे हैं।

आज भारत में बकरियों की मांग इतनी बढ़ गई है कि लोगो ने इसका बिजनेस करना शुरू कर दिया। बकरी पालन केवल दूध निकालने के लिए ही नहीं किया जाता बल्कि पहाड़ी क्षेत्रों में इनकी मदद से हल्के फुल्के सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है, तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में भी बकरियों की कितनी ज्यादा मांग है।

इसी बढ़ते हुए बिजनेस को देखते हुए हमने सोचा कि आपको इस विषय में पूरी जानकारी बताई जाए, तो दोस्तों अगर आप भी बकरी पालन का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको हमारा यह आर्टिकल bakri palan ka business kaise karen, Goat farming Business जरूर पढ़ना चाहिए। इस आर्टिकल को आप अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको पूरी प्रक्रिया अच्छे से समझ सकें।

bakri palan ka business kaise karen | Goat farming Business

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Bakri palan ka business kaise karen in Hindi

बकरी पालन क्या होता है?

bakri palan ka business kaise karen | Goat farming Business बकरियों को पालना ही बकरी पालन बिजनेस कहलाता है। जब कोई व्यवसाय कारी बकरियों को पालता है और उनसे मुनाफा कमाता है, उसे ही बकरी पालन बिजनेस कहते हैं। Goat farming Business बकरी पालना गांव के लोगों के लिए ज्यादा आसान होता है क्योंकि उन्हें पशुओं को पालने की आदत होती है। लेकिन वही, हम शहरों में बकरी पालने की बात करें तो इसमें थोड़ी परेशानी हो सकती है। क्योंकि शहर के लोगों को पशुओं को पालने की इतनी आदत नहीं होती।

बकरियों को खाने के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत होती है, जो गांव में आसानी से मिल पाता है। लेकिन वहीं अगर शहर की बात करें तो इसमें थोड़ी कठिनाई आ सकती है। क्योंकि शहर में पौष्टिक आहार आसानी से नहीं मिलता । बकरी पालन व्यवसाय को ग्रामीण व्यवसाय भी कहना उचित है।

Goat farming Business बकरी पालन व्यवसाय आज के समय में अच्छा इनकम सोर्स बन चुका है। बकरी पालन व्यवसाय को आप बहुत कम निवेश पर भी शुरू कर सकते हैं। इस buisness में निवेश कम है, इसका मतलब यह नहीं कि इसमें मुनाफा कम होता है। इसमें मुनाफा आपको अधिक देखने को मिलता है। इस व्यवसाय को ग्रामीण क्षेत्रों के लोग ज्यादा अच्छे से कर पाते हैं।

बकरी पालन का बिजनेस ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के लोग इसलिए भी करते हैं ताकि वे अपने घर परिवार वालों का पालन पोषण कर सकें।

आज के समय में जैसे-जैसे Goat farming Business बकरी पालन के बिजनेस की मांग बढ़ रही है वैसे-वैसे नए नए व्यवसाय कारी भी इस व्यवसाय के साथ जुड़कर अपना कारोबार कर रहे हैं और अच्छा Profit भी कमा रहे हैं।

आप इस व्यवसाय को छोटे स्तर से शुरू कर सकते हैं और फिर जैसे-जैसे आपका बिजनेस बढ़ता जाएगा वैसे ही आप इस बिजनेस को और बड़े पैमाने पर भी शुरू कर सकते हैं। यह एक लाभकारी व्यवसाय है। इसमें आप काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

बकरी पालन की ट्रेनिंग 

अगर आपको बकरी पालना नहीं आता तो आप इसकी ट्रेनिंग भी ले सकते हैं भारत में आपको कई ऐसी जगह देखने को मिल जाएगी जहां बकरी पालने की ट्रेनिंग दी जाती है। बकरी पालन ट्रेनिंग देने वाले आपसे 5 से 6 हजार रुपए तक की फीस ले सकते हैं। उसके साथ ही आपको वहां पर रहने तथा खाने-पीने की सुविधा भी दी जाती है। 

बकरी पालन ट्रेनिंग में आपको सिखाया जाता है कि बकरी को किस तरह से पाला जाता है ट्रेनिंग में आपको बकरियों के संबंधित सारी जानकारी दी जाती है जैसे बकरी को कब और कौन सा टीका लगाना चाहिए और आपको यहां पर बकरियों की अलग-अलग नस्लों के बारे में भी बताया जाता है।

बकरी पालन का क्या महत्व है?

किसी भी व्यवसाय को इसलिए किया जाता है क्योंकि उसमें मुनाफा हो सके और Goat farming Business बकरी पालन व्यवसाय भी एक मुनाफे वाला ही बिजनेस है। इसलिए आज के समय में इस बिजनेस को कई लोग कर रहे हैं।

आप तो यह बात जानते ही हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश माना जाता है और भारत के ज्यादातर लोग गांव में निवास करते है और वहीं पर अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए पशुपालन का काम करते है।

भारत में बकरी पालन के व्यवसाय से हर साल करोड़ों की कमाई होती है। अगर हम ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की बात करें तो 5% रोजगार बकरी पालन से ही किया जाता है।

बकरी पालन बिजनेस में चमड़े, मांस आदि का बिजनेस किया जाता है और हर साल अच्छा मुनाफा कमाया जाता है।

भारत में ऐसे कई ग्रामीण क्षेत्र के लोग होते हैं, जो अपने घर परिवार का पालन करने के लिए बकरी पालन वव्यवसाय शुरू करते हैं और ज्यादातर बकरी पालन व्यवसाय को ग्रामीण क्षेत्रों में ही देखा जाता है।

भारत के हर राज्य में बकरी पालन का बिजनेस किया जाता है। जिनमें से कुछ राज्य हैं जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि। भारत में बकरी पालन के व्यवसाय को अच्छी मात्रा में किया जाता है और इन सभी राज्यों में आपको अनेकों फैक्ट्रियां देखने को मिल जाएगी जो मांस, मीट के लिए बकरियों को खरीदती है।

यह फैक्ट्रियां बकरियों को ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से खरीदती है। इस बिजनेस में आपको बकरियों को बेचने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं होती। बकरियों को खरीदने के लिए, लोग आपके पास खुद आते हैं। 

बकरी पालन में आने वाले खर्चे 

अगर आप बकरी पालन का बिजनेस शुरू करते हैं, तो इसमें खर्चा इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी बकरियों के साथ अपना बकरी पालन व्यवसाय शुरू करते हैं। बकरी पालन व्यवसाय में आपको ज्यादा खर्चा करने की जरूरत नहीं होती इसमें आपको बस बकरी खरीदने में खर्चा आता है। बाकी आपको इतना ज्यादा खर्चा देखने को नहीं मिलेगा।

बकरी पालन व्यवसाय में आपको कम से कम 40 से 50 हजार तक की लागत लग सकती है। क्योंकि इस व्यवसाय में आपको 60 से 70 बकरियां तो रखनी ही होगी तभी आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। आप अपने खर्चे के हिसाब से बकरियों की संख्या को बड़ा सकते हैं।

बकरी पालन के बिजनेस में आने वाला कुल खर्चा?

बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करने में आपको थोड़ा खर्चा तो करना पड़ेगा। लेकिन इसमें आपको मुनाफा भी ज्यादा देखने को मिलेगा। बकरी पालन व्यवसाय में आपको कम से कम 3 से 4 लाख रुपए तक का खर्चा करना पड़ सकता है। लेकिन अगर आप इस बिजनेस को छोटे स्तर से शुरू करते हैं तो इसमें आपको 1 या 1.5 लाख तक खर्च करने पड़ सकते है।

इस व्यवसाय में आपको ज्यादा खर्चा बकरियों को खरीदने में करना पड़ सकता है। उसके साथ ही आपको बकरियों को रखने के लिए एक स्थान की जरूरत भी होगी और उनके खाने-पीने का भी प्रबंध आपको करना होगा। 

bakri palan ka business kaise karen 

bakri palan ka business kaise karen, Goat farming Business अगर आप भी बकरी पालन का बिजनेस करना चाहते हैं, तो आप इसे बड़े ही कम निवेश पर शुरू कर सकते हैं और इसमें आपको कम निवेश के साथ ज्यादा मुनाफा देखने को मिलता है। लेकिन अब सवाल आता है कि बकरी पालन का बिजनेस कैसे शुरू करें। जब भी कोई बकरी पालन का बिजनेस शुरू करना चाहता है तो उसके मन में यही सवाल होते है कि बकरी की कौन-कौन सी नस्लें होती है, यह नस्ले उन्हें कहां मिलेगी। बकरी की क्या कीमत होती है आदि।

अगर आप इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं, तो आप सरकार द्वारा जारी की गई केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान से अनुमति लेकर बकरी पालन बिजनेस को बड़ी ही आसानी से शुरू कर सकते हैं।

अगर आपको भी बकरी पालन बिजनेस शुरू करना है और जानना चाहते हैं बकरी पालन बिजनेस की पूरी प्रक्रिया क्या है तो हम आपको आगे यही बताने वाले हैं कि bakri palan ka business kaise karen, Goat farming Business 

बड़े स्तर पर बकरी पालन का बिजनेस

अगर आप बड़े स्तर पर बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आपको इन सभी चीजों की जरूरत पड़ेगी जो कुछ इस प्रकार हैं: -

1. कितनी बकरियों के लिए कितनी जगह चाहिए।

अगर आप बकरी पालन का बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको एक बकरी के लिए 15 वर्ग फीट की जगह की जरूरत पड़ेगी।

अगर हम इसका हिसाब लगाएं तो 50 बकरियों के लिए आपको 750 वर्ग फीट की जगह की जरूरत पड़ेगी और अगर आप बकरे भी रखते हैं तो आपको दो बकरों के लिए 30 वर्ग फीट की जगह की जरूरत पड़ेगी।

2. दो बकरियां खरीदने के लिए कितना खर्चा आएगा

अगर आप Goat farming Business बकरी पालन का व्यवसाय करते हैं तो आपको बकरियां खरीदनी होगी और आप कितनी बकरियां खरीदेंगे, ये आपके ऊपर निर्भर करता है। अगर आप 50 बकरियां खरीदते हैं तो इसमें आपको लगभग 4 लाख रुपए तक का खर्चा करना पड़ सकता है।

और अगर आप इसके साथ दो बकरे भी खरीदते हैं तो आपको ₹20000 तक का खर्चा करना पड़ सकता है। अगर हम इसके पूरे खर्चे की बात करें 4 लाख 20 हजार रुपए तक खर्चा आएगा।

अगर आपके पास ज्यादा बकरियां है, तो आप अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। क्योंकि 1 किलो बकरी लगभग 400 रुपए किलो के आसपास होती है। एक बकरी का वजन लगभग 15 किलो होता है, तो आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि बकरी पालन व्यवसाय में कितना मुनाफा कमाया जा सकता है।

3. बकरियों के रहने के लिए शेड बनाना 

अगर आप बकरी पालन का बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको सबसे पहले बकरियों के रहने के लिए एक शेड बनाना होगा और शेड के चारों तरफ आपको ऊंची बाउंड्री बनानी होगी । बाउंड्री की ऊंचाई आप 15 फीट रख सकते हैं और उसकी मोटाई कम से कम 5 इंच होनी चाहिए। शेड बनाने से बकरियां बार-बार बाहर नहीं निकलेगी।

शेड के अंदर आप थोड़े बहुत पेड़ पौधे लगा सकते हैं ताकि बकरियां उन्हें खा सके और एक बात का आपको जरूर ध्यान रखना है कि शेर को आपको चारों तरफ से पैक करना है शेड के ऊपर आप लोहे की चादर लगा सकते हैं ताकि बकरियां बारिश व धूप से बच सके। जमीन को समतल व चिकना बनाए है। ताकि सफाई करने में आसानी हो।


बकरी पालन के बिजनेस को शुरू करने से पहले योजना बनाएं

किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको उसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए एवं प्लानिंग करने के बाद ही बिजनेस को शुरू करना चाहिए। ताकि वह बिजनेस सफल बन सके।

बिजनेस को शुरू करने से पहले उस व्यवसाय से संबंधित सभी बातों को Note कर लेना चाहिए। 

हर बिजनेस को शुरू करने से पहले उसकी Future Planning की जाती है और बकरियां पालन व्यवसाय में भी आपको इसी प्रकार की प्लानिंग करनी चाहिए जो कि आपको भविष्य में काम आ सके। जैसे बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि बकरियो को खरीदने में कितना खर्च आएगा, बकरियां कौन-कौन सी नस्लों की होती है, बकरियों के लिए पोस्टिक आहार का खर्चा कितना आएगा या बकरियों के लिए पोस्टिक आहार कहां से खरीदा जाएगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आपको बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करना चाहिए।

बकरी पालन बिजनेस के लिए स्थान का चुनाव

अगर आप Goat farming Business बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आपको बकरियों के रहने के लिए अच्छी जगह का चुनाव करना होगा आपको हर प्रकार की बकरियों की नस्ल को भी अपने व्यवसाय में रखना होगा ताकि व्यवसाय अच्छा चल सके और बकरियों के स्थान का वातावरण भी अच्छा होना चाहिए इससे भी आपके व्यवसाय पर असर पड़ता है।

अलग-अलग नस्ल की बकरियों को रखने के लिए हमें अलग-अलग वातावरण बनाना होगा अगर आपके पास साधारण नस्ल की बकरियां है, तो आप उन्हें कहीं भी रख सकते हैं लेकिन अगर आपके पास कुछ अच्छी नस्ल की बकरियां हैं, तो आपको उन्हें ठंडे व अनुकूल वातावरण में रखना होगा। अगर आपके पास बहुत अच्छे नस्ल की बकरियां है, तो आपको A.C लगवाने तक की जरूरत पड़ सकती है। 

बकरियों का टीकाकरण करवाएं

अगर आप लंबे समय तक Goat farming Business बकरी पालन बिजनेस को सफल बनाना चाहते हैं तो आपको बकरियों के सेहत का पूरा ध्यान रखना होगा और आपको उन्हें हमेशा रोग मुक्त रखने की कोशिश करनी होगी।

हमने आपको नीचे कुछ बकरियों को होने वाली बीमारियां के बारे में बताया है जिन्हें जानकर आप बकरियों का टीकाकरण अवश्य करवाएं जिससे की बकरियां हमेशा रोग मुक्त रहें।

• एंथ्रेक्स रोग

एंथ्रेक्स रोग का टीका बकरियों को चौथे और छठे महीने में लगवाना चाहिए यानी कि हर साल में एक बार बकरियों को यह टीका लगना अनिवार्य है। जिससे कि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे।
एंथ्रेक्स रोग सिर्फ बकरियों में ही नहीं, मनुष्यों में भी पाया जाता है इसीलिए बकरियों को हर साल इस टिके की आवश्यकता होती है। 

• Goat pox

Goat pox का टिका बकरियों को शुरुआती 3 से 7 महीने में लगावाया जाता है। Goat pox एक बहुत ही दर्दनाक बीमारी होती है, इससे बचाव के लिए यह टीका बकरियों को हर साल लगाया जाता है। 

• बकरियों के मुंह और पांव में होने वाले रोग

कई बार बकरियों के मुंह और पांव में रोग हो जाते हैं जिससे बचने के लिए FMD का टीका लगाया जाता है यह टीका 5 महीने की अवस्था में लगता है और उसके बाद हर साल में दो बार लगाया जाता है। 

• हेमोरोगिक सेप्टीसीमिया

HS टिका बकरियों को 3 से 4 महीने के बीच में लगाया जाता है। हेमोरोगिक सेप्टीसीमिया बीमारी ज्यादा खतरनाक नहीं होती, लेकिन काफी नुकसानदायक होती है। 

हेमोरोगिक सेप्टीसीमिया की बीमारी एक मौसमी बीमारी है जिसका टीका उसके मौसम से पहले ही लगवाया जाता है। 

• Goat plague

Goat plague बीमारी बहुत जल्दी फैलने वाली और नुकसानदायक बीमारी होती है। इस बीमारी से बचने के लिए बकरियों को PPR का टीका लगाया जाता है। 
Goat plague की बीमारी से बचने के लिए बकरियों को यह टीका शुरुआती 4 महीने में ही लगवा देना चाहिए। 

टीकाकरण के साथ-साथ बकरियों को निश्चित समय के पश्चात दवाई भी खिलानी चाहिए ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे। 

बकरियों को ज्यादातर बीमारियां बारिश के मौसम में ही होती है इसीलिए उनका टीकाकरण बरसाती मौसम शुरू होने से पहले करवा देना चाहिए। 
एक बात वर्षा ऋतु के समाप्ति पर भी टीकाकरण करवाना जरूरी होता है। ताकि उन्हें कोई इंफेक्शन का खतरा ना रहे। 

बकरियों की नस्ल का चुनाव करें

अगर आप बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आपको कुछ बकरियों की नस्लों का चुनाव करना होगा बकरियों की नस्लों का चुनाव करते वक्त आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना है जैसे :-

• जब आप बकरियों का चुनाव कर रहे हो, तब आपको ऐसी बकरियों को चुनना है जिनसे दूध के साथ मीट का Production भी अच्छा हो सके।

•मीट Production के लिए आप असम हिल गोट, बंगाल गोट आदि बकरियों का चुनाव कर सकते हैं।

•दूध प्रोडक्शन के लिए आप सूरत मालाबारी, जखरानी मेहसाना आदि बकरियों का चुनाव कर सकते हैं।

बकरियों का बीमा जरूर करवाएं 

अगर आप Goat farming Business बकरी पालन का व्यवसाय कर रहे हैं, तो आपको उनका बीमा जरूर करवाना चाहिए। अक्सर देखा गया है कि लोग व्यवसाय तो करते हैं लेकिन बकरियों का बीमा नहीं करवाते इसलिए उन्हें आगे चलकर परेशानी आती है।

बकरियों की हर प्रकार की नस्लों के हिसाब से अलग-अलग बीमा कराए जाते हैं और अलग-अलग बीमा के पैसे भी अलग-अलग होते हैं।

अगर आप बकरियों का बीमा करवाते हैं, तो आपको बकरियों की मृत्यु के बाद कुछ राशि प्राप्त हो जाती है।

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बकरियों की नस्लों के प्रकार

बकरियां अनेक नस्ल में पाई जाती है हमने आपको नीचे कुछ नस्लों के बारे में जानकारी दी है:-

शीरोइ बकरी 

शीरोइ बकरी बकरी राजस्थान में पाई जाती है। इस नस्ल की बकरी का प्रयोग ना केवल दूध निकालने के लिए किया जाता है बल्कि इसके मांस का प्रयोग भी किया जाता है। इस बकरी के मास की कीमत ₹550 प्रति किलो है। इस नस्ल के बकरे के मीट की कीमत ₹430 प्रति किलो है।

यह बकरी साल में दो बार बच्चे पैदा करती है। यह बकरी कभी भी जुड़वा बच्चे नहीं पैदा करती। 

जमुनापारी बकरी

जमुनापारी बकरी यह उत्तर प्रदेश में पाई जाने वाली बकरी है। इस बकरी की नस्लें काफी अच्छी मात्रा में दूध देती है। यह दूध के मामले में काफी अच्छी बकरी मानी जाती है।

यह बकरी भी साल में दो बार ही बच्चे पैदा करती है और शीरोइ बकरी की तरह यह बकरी भी जुड़वा बच्चे नहीं पैदा करती। इस बकरी के मीट की कीमत ₹400 प्रति किलो है और बकरे के मीट की कीमत ₹650 प्रति किलो है।

अफ्रीकन बोर

इस नस्ल की बकरियों में मांस की अधिक मात्रा होती है। यह मास के मामले में काफी अच्छी बकरियां मानी जाती है और अन्य बकरियों के मुकाबले इस बकरी के मीट की कीमत भी थोड़ी ज्यादा होती है।

इस बकरी की खासियत यह है कि इसका वजन शुरुआत में कम होता है लेकिन धीरे-धीरे बढ़ने लगता है, जो कि काफी मुनाफा दे सकता है। इस नस्ल की बकरी जुड़वा बच्चों को पैदा करती है।

इस नस्ल की बकरी के मीट की कीमत ₹800 रुपए से लेकर 1500 रुपए प्रति किलो तक हो सकता है और इस नस्ल के बकरे के मीट का मूल्य ₹580 से ₹900 रुपए प्रति किलो तक हो सकता है।

बीटल बकरी

इस नस्ल की बकरियां दूध देने के मामले में काफी अच्छी मानी जाती है और यह राजस्थान में पाई जाने वाली बकरी है इस नस्ल की बकरियों का इस्तेमाल ज्यादातर दूध उत्पादन में किया जाता है और इन बकरियों में जुड़वा बच्चे पैदा होने के ज्यादा Chances होते हैं। इन बकरियों के मीट की कीमत ₹380 प्रति किलो होती है और इस नस्ल के बकरे के मीट की कीमत ₹250 प्रति किलो होती है।

ओस्मानाबादी बकरी 

इस प्रजाति की बकरी साल में दो बार बच्चे पैदा करती है और इस प्रजाति की बकरी ज्यादातर महाराष्ट्र में देखने को मिलती है। इस प्रजाति की बकरी 3 बच्चे तक पैदा कर सकती है। इस बकरी के मीट का मूल्य ₹400 प्रति किलो होता है और इस नस्ल के बकरे के मीट का मूल्य 350 रुपए प्रति किलो होता है।

बकरियों के लिए आहार

अगर आप बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करते हैं तो आपको बकरियों के सेहत का पूरा ध्यान रखना होगा। हर दिन उन्हें अच्छा आहार देना होगा तभी आप बकरियों का व्यवसाय अच्छे से कर पाएंगे।

अगर आप बकरियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे तो आप बकरी पालन व्यवसाय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं आप चाहे तो घर पर ही चारे का प्रबंध कर सकते हैं या फिर आप मार्केट से भी ला सकते हैं। 


बकरी पालन बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

अगर आप Goat farming Business बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करते हैं, तो आपको सबसे पहले अपने फार्म का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद ही आप बकरी पालन व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। हमने आपको नीचे कुछ स्टेप्स बताए हैं जिनकी सहायता से आप बकरी पालन व्यवसाय के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

• फॉर्म का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उद्योग आधार की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएं।

• वेबसाइट ओपन करने के बाद आपके सामने बकरी पालन बिजनेस से संबंधित एक लिंक दिखाई दे रहा होगा उसपर आपको क्लिक करना है।

• वहां पर आपको अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करना है।

• आधार कार्ड नंबर दर्ज करने के बाद आपको अपना नाम भरना होगा। नाम भरने के बाद एक बार उसे Recheck जरूर करे फिर वैलिडेट आधार के विकल्प पर क्लिक करें।

• वैलिडेट आधार के विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपका आधार वैलिड हो जाएगा।

• आपको अपने फॉर्म का नाम, राज्य, जिला, पिन कोड, फार्म का पता, ईमेल, बैंक डिटेल, मोबाइल नंबर, एन आई सी कोड आदि की जानकारी देनी होगी।

• फिर आपको नीचे दिए गए सुरक्षा कोड कैप्चा कोड को भरना होगा इसके बाद आपको सबमिट का ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा उस पर आपको क्लिक करना है।

• जब आप यह सब प्रक्रिया पूरी कर लेंगे आपके मोबाइल नंबर पर एक SMS आएगा कि आपका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट तैयार हो गया है और आप इस सर्टिफिकेट का प्रिंट आउट निकाल सकते हैं और उस सर्टिफिकेट को आपको अपने ऑफिस में जरूर लगाना है।

बकरी पालन व्यवसाय की मार्केटिंग कैसे करें?

किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको उसकी मार्केटिंग करवानी होती है। जिससे कि लोगों को आपके व्यवसाय के बारे में पता चल सके। उसी प्रकार अगर आप Goat farming Business बकरी पालन व्यवसाय को शुरू करते हैं तो पहले आपको उसकी मार्केटिंग करनी होगी।

अपने बिजनेस की मार्केटिंग कराने के लिए आप बकरियों के दूध को मार्केट में बेच काम कीमत पर बेच सकते हैं और बकरियों को पालने के साथ-साथ आप उन्हें भी मार्केट में बेच सकते हैं। इस तरह आप अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे।

एक बार जब आप अपने बिजनेस की थोड़ी बहुत मार्केटिंग कर लेंगे, तो लोग भी आपके बिजनेस के बारे में धीरे-धीरे जानने लगेंगे अगर वह आपकी Service से खुश होंगे, तो वह अन्य लोगों से भी आपके बिजनेस के बारे में बात करेंगे जिससे कि आपके बिजनेस की मार्केटिंग अपने आप होती रहेगी।

बकरी पालन के बिजनेस में होने वाला प्रॉफिट

 बकरी पालन व्यवसाय कम निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है और इसमें आपको प्रॉफिट भी अन्य business के मुकाबले ज्यादा देखने को मिलता है। आइए इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं:-

• बकरियों के बिजनेस में हम बकरियों के दूध के साथ-साथ उनके मांस को भी मार्केट में बेच सकते हैं।

• बकरी का दूध मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए काफी सक्षम माना जाता है।

• अगर हम अन्य किसी पशुपालन बिजनेस से बकरी पालन व्यवसाय की बात करें तो इसमें आपको बहुत ही कम आहार का इंतजाम करना पड़ता है।

• बकरी पालन व्यवसाय को आप अन्य किसी पशुपालन व्यवसाय की तुलना में काफी कम जगह में शुरू कर सकते हैं।

• बकरियां हर सातवें महीने में बच्चे को पैदा करती है जिससे कि व्यवसाय कारी के फार्म में कम समय में ही बकरियों की ज्यादा संख्या बढ़ जाती है।

• बकरी का दूध बड़ी ही आसानी से मार्केट में बेचा जा सकता है और यह दूध बच्चों और बड़ों दोनों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इस दूध में अन्य पशुओं के दूध के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स पाए जाते हैं।


Conclusion 

आज हमने इस आर्टिकल में जाना Goat farming Business, bakri palan ka business kaise karen, बकरी पालन बिजनेस क्या होता है, बकरी पालन बिजनेस में मुनाफा आदि। आप भी बकरी पालन business करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। बस आपको अच्छी बकरियों का चुनाव करना होगा और फिर आप अपने व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल bakri palan ka business kaise karen, Goat farming Business अच्छा लगा हो, तो इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर जरूर करें धन्यवाद।

bakri palan ka business kaise karen से जुड़े कुछ (FAQs)

Q1. बकरी पालन व्यवसाय में कितना खर्चा करना पड़ सकता है?

Ans बकरी पालन व्यवसाय में आपको ज्यादा निवेश करने की जरुरत नहीं होती। आप इसे कम निवेश पर भी शुरू कर सकते हैं। इसमें आपको कम से कम 60 से 70 हजार तक का खर्चा करना पड़ सकता है।

Q2. बकरी पालन बिजनेस किन क्षेत्रों में ज्यादा लाभदायक होता है?

Ans बकरी पालन व्यवसाय ज्यादातर ग्रामीण इलाको में किया जाता है। इसलिए अगर इस व्यवसाय को आप ग्रामीण क्षेत्रों में शुरु करते हैं तो यह काफी लाभदायक साबित हो सकता है।

Q3. बकरी पालन के बिज़नस में दूध उत्पादन के लिए बकरियों की नस्लें कौन-कौन सी होती है?

Ans बकरी पालन के व्यवसाय में दूध उत्पादन के लिए यह सबसे अच्छी बकरियों की नस्लें है मालाबारी, सुरती आदि।
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