क्या रामायण सच में हुआ था? | kya Ramayan sach mein hua tha in Hindi
kya Ramayan sach mein hua tha कुछ लोग मानते हैं कि रामायण सच्ची घटना पर आधारित है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि यह केवल पुस्तकों में ही है असल में इसका कोई अस्तित्व नहीं है। भगवान श्रीराम से भारत के करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं लेकिन समय-समय पर रामायण पर सवाल भी उठाए गए हैं कि kya Ramayan sach mein hua tha, क्या प्रभु श्रीराम सच में धरती पर जन्मे थे, क्या सच में रावण की सोने की लंका थी। आपमें से ऐसे कई लोग होंगे जो इन सवालों के जवाब जानना चाहते होंगे, तो आइए हम रामायण से जुड़े कुछ अस्तित्व के बारे में जानते हैं। भारत और श्रीलंका में ऐसी कई जगह हैं जो रामायण के सच होने का प्रमाण देती हैं। चलिए उन प्रमाणों के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं। (kya Ramayan sach mein hua tha)
kya Ramayan sach mein hua tha
kya Ramayan sach mein hua tha |
1 Cobra Hood Cave, श्रीलंका
kya Ramayan sach mein hua tha कई जगहों पर ऐसा कहा जाता है कि जब रावण मां सीता का अपहरण करके श्रीलंका पहुंचा तो उनको सबसे पहले इसी गुफा में रखा था। उन गुफाओं पर हुई चित्रकारी इस बात का सबूत देती है।
2. Existense of Hanuman Gari
kya Ramayan sach mein hua tha दोस्तों यह वही जगह है जहां पर हनुमान जीने प्रभु श्री राम का इंतजार किया था और रामायण में इस जगह का वर्णन भी किया गया है, आज के समय में अयोध्या के निकट इस जगह पर एक हनुमान मंदिर भी है।
3.भगवान हनुमान के पद चिन्ह
kya Ramayan sach mein hua tha जब सीता जी को खोजने के लिए हनुमान जी ने अपना विकराल रूप धारण किया था तब समुंद्र के निकट श्रीलंका में उनके पैरों के निशान बन गए थे। जो कि आज भी वहां है।
4. रामसेतु
इसके बारे में तो आपने भी पड़ा और सुना होगा। यह रामायण के होने का सबसे बड़ा सबूत माना जाता है। जब श्री राम को श्रीलंका तक जाना था और बीच में समुंद्र था तो उन्होंने सेतु पत्थरों का इस्तेमाल किया था इसका वर्णन रामायण में भी किया गया है और आज भी यह पत्थर पानी के ऊपर तिरते है। kya Ramayan sach mein hua tha
5. पुरातत्व विभाग ने भी माना
kya Ramayan sach mein hua tha पुरातत्व विभाग भी इस बात को साबित नहीं कर पाए की रामायण केवल किस्से कहानियों में ही है।पुरातत्व विभाग का कहना है कि 1,740,00 वर्षो पहले श्रीलंका में ही सबसे पहले इंसानों के निवास स्थान का पता चला है और यह उसी साल की बात है जब रामसेतु बनाया गया था।
6.पानी में तैरते पत्थर
रामसेतु ही केवल एक ऐसा पुल था जिसके पत्थर पानी पर तैरते थे। वैज्ञानिकों के अनुसार एक सुनामी में वहां के कुछ पत्थर अलग हो गए और जब उन पत्थरों को पानी में फेंका गया तो वह फिर से तैरने लगे। लेकिन जब वहां के दूसरे पत्थरों को फेंका गया तो वह तेर नही पाए।
7. द्रोणागिरी पर्वत
kya Ramayan sach mein hua tha जब युद्ध के दौरान लक्ष्मण जी को मेघनाथ ने जख्मी कर दिया था और उनके प्राण पर बन आई थी। तब हनुमान जी को उनके लिए जड़ी बूटी लाने को कहा था। हनुमान जी जड़ी-बूटी द्रोणागिरी पर्वत से लाने वाले थे लेकिन हनुमान जी को नहीं पता था कि कौन सी जड़ी बूटी लानी है। तब उन्होंने पूरा पर्वत उठा लिया था और लक्ष्मण जी के प्राण बचाने के बाद उन्होंने वह द्रोणागिरी पर्वत को उसी जगह पर रख दिया। हनुमान जी ने जिस जगह से पर्वत को उखाड़ा था आज भी वह निशान उस पर्वत पर मौजूद है।
8.श्रीलंका में हिमालय की जड़ी बूटी
kya Ramayan sach mein hua tha शोधकर्ताओं के अनुसार श्रीलंका की उस जगह जहां पर लक्ष्मण जी को जड़ी-बूटी दी गई थी वहां हिमालय की दुर्लभ जड़ी बूटियों के होने का प्रमाण मिला है। वैज्ञानिकों के अनुसार पूरे श्रीलंका में ऐसा कहीं नहीं देखा गया है। हिमालय की जड़ी बूटियों का श्रीलंका में होना रामायण के होने का बहुत बड़ा प्रमाण माना जाता है।
9. अशोक वाटिका
जब रावण ने मां सीता का हरण किया था। तब मां सीता को अशोक वाटिका में रखा गया था। क्योंकि सीता जी ने रावण के महल में रहने से इनकार कर दिया था। आज उस जगह को Hakgala Botanical Garden कहां जाता है और जिस स्थान पर सीता जी को रखा था उस स्थान को सीता ऐल्या कहते हैं।
10. लेपाक्षी मंदिर
kya Ramayan sach mein hua tha जब रावण सीता जी को हरण करके आकाश मार्ग से लेजा रहा था तब रावण को रोकने जटायु आए थे रावण ने जटायु का वध कर दिया था और जिस जगह जटायु गिरे थे आज उस जगह पर लेपाक्षी नाम से मंदिर है।
11. टस्क हाथी
सुंदरकांड जोकि रामायण का ही एक अध्याय है जिसमें यह वर्णन किया गया है कि रावण की लंका की सुरक्षा के लिए विशालकाय हाथियों को तैनात किया जाता था। जिसे हनुमान जी ने परास्त कर दिया था। शोधकर्ताओं को श्रीलंका में ऐसे ही विशालकाय हाथियों के कुछ अंश मिले हैं।
12.कोंडा कट्टी गाला
kya Ramayan sach mein hua tha जब हनुमान जी ने रावण की पूरी लंका जला दी थी तब रावण घबरा गया था। तब रावण ने मां सीता को अशोक वाटिका से हटा दिया और उन्हें कोंडा कट्टी गाला नामक स्थान पर रखा था। शोधकर्ताओं के अनुसार इस स्थान के आसपास जो गुफाएं हैं वह श्रीलंका रावण के महल तक जाती है।
13. रावण का महल
शोधकर्ताओं को श्रीलंका में एक ऐसा महल मिला है जिसे रामायण काल का ही बताया जाता है और यहां से कई गुप्त रास्ते भी निकलते हैं। जो शहर के कई कोनों तक जाते हैं। खोज के दौरान यह भी पता चला कि यह रास्ते मनुष्यो द्वारा ही बनाए गए हैं।
14. कालानिया
kya Ramayan sach mein hua tha जब रावण की मृत्यु हुई तब विभीषण को लंका का नया राजा बनाया गया था और विभीषण ने अपना महल का कालानिया नामक स्थान पर ही बनाया था जो केलानी नदी के पास था। शोधकर्ताओं की खोज के दौरान उस नदी के निकट महल के कुछ अवशेष मिले हैं।
15. लंका जलने के अवशेष
जब लंका जली तब वहां की मिट्टी काली हो गई लेकिन शोधकर्ताओं के अनुसार उसके आसपास की मिट्टी आज भी सामान्य ही है और रामायण में यह बताया गया है की हनुमान जी ने पूरी लंका को आग से तहस-नहस कर दिया था।और इस बात का सबूत उस जगह से भी मिलता हैं।
16. दिवुरमपोला, श्रीलंका
जब श्रीराम ने सीता जी को रावण से बचाया था तब श्री राम ने सीता जी को अपनी पवित्रता साबित करने को कहा तब मां सीता ने अग्नि परीक्षा दी जिस जगह पर उन्होंने अग्नि परीक्षा दी थी आज भी वहां वह पेड़ मौजूद है और आज भी वहां के लोग उस जगह जरूरी फैसले लेते हैं।
17. रामलिंगम
kya Ramayan sach mein hua tha जब श्री राम ने रावण को मारा था तब उन्हें काफी दुख हुआ था क्योंकि उनके हाथों एक ब्राह्मण की मृत्यु हुई थी। तब श्री राम को पश्चाताप करना था तब उन्होंने महादेव की आराधना करी तब महादेव ने उन्हें चार शिवलिंग बनाने को कहा एक शिवलिंग मां सीता ने अपने हाथों से रेत से बनाया था, 2 शिवलिंग हनुमान जी कैलाश पर्वत से लाए थे और एक शिवलिंग श्रीराम ने अपने हाथों से बनाया था जो आज भी उस मंदिर में उपस्थित है। इसीलिए इस जगह को रामलिंगम नाम से जाना जाता है।
18. जानकी मंदिर
kya Ramayan sach mein hua tha रामायण के अनुसार सीता माता के पिता का नाम जनक था इसलिए जनकपुर जगह का नाम उनके नाम से ही रखा गया था। इसके साथ ही मां सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है। नेपाल के जनकपुर शहर में जानकी मंदिर है और यहां सीता माता के दर्शन करने के लिए हजारों लोग हर दिन आते हैं।
19. पंचवटी
kya Ramayan sach mein hua tha नासिक के पास आज भी पंचवटी तपोवन उपस्थित है। जहां पर अयोध्या से वनवास काटने के लिए प्रभु श्रीराम, मां सीता और लक्ष्मण रुके थे यहीं पर लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काटी थी।
20. आज भी मौजूद है गर्म पानी के कुएं
रावण ने कोनेश्वरम मंदिर के आस पास गर्म पानी के कुओं का निर्माण करवाया था। जो आज भी वहां पर मौजूद हैं।
21. कोनेश्वरम मंदिर
रावण महादेव का सबसे बड़ा भक्त था और उसने ही इस मंदिर को महादेव के लिए बनवाया था यह विश्व का इकलौता ऐसा मंदिर है जहा शिवजी से ज्यादा शिव के सबसे बड़े भक्त रावण की आकृतियां बनी हुई है और एक आकृति में उसके 10 सिरों को दर्शाया गया है। कहा जाता है कि उसके 10 सिर पर रखे 10 मुकुट उसके अलग-अलग जगहो के 10 अधिपत्य को दर्शाता है।