असली रामायण के रचयिता कौन है? | Asali Ramayan ke rachayita kaun hai in Hindi

Asali Ramayan ke rachayita kaun hai रामायण के रचयिता कौन है? दोस्तों रामायण हमारे जिंदगी का एक ऐसा हिस्सा जिसे शायद ही हम कभी भूल पाएंगे। क्योंकि इसमें देखी गई कहानी हमारे बचपन की एक सुनहरी और यादगार यादों में से एक है। आज भी हम जब टीवी पर पुरानी रामायण आते हुए देखते हैं। हमें हमारे बचपन के दिन याद आ जाते हैं कि किस तरह हम सभी एक श्रद्धा के साथ इसे देखते थे।और बेसब्री से शनिवार और रविवार के दिन आने का इंतजार करते थे कि कब हमें यह देखने को मिलेगी। 

रामायण ने अपनी छाप पूरी दुनिया में छोड़ी है जो कि सदियों सदियों तक बरकरार रहेगी। लेकिन दोस्तों क्या आपको पता है रामायण के रचयिता कौन है? Asali Ramayan ke rachayita kaun hai 

हमें हमारे पुराने ग्रंथ और संस्कृति को जरूर जानना चाहिए चाहे वह रामायण हो या महाभारत तो दोस्तों क्या आप भी जानना चाहते हैं Asali Ramayan ke rachayita kaun hai तो आज हम इस खास आर्टिकल में जानेंगे रामायण के रचयिता कौन है? Asali Ramayan ke rachayita kaun hai 


Asali Ramayan ke rachayita kaun hai रामायण के रचयिता कौन है?

असली रामायण के रचयिता कौन है?, Asali Ramayan ke rachayita kaun hai in Hindi
असली रामायण के रचयिता कौन है?


Asali Ramayan ke rachayita kaun hai दोस्तों हम सभी ने बचपन से सुना है कि रामायण के रचयिता श्री वाल्मीकि जी हैं। (रामायण के रचयिता कौन है?) महर्षि वाल्मीकि को रत्नाकर, त्रिकालदर्शी नामों से भी जाना जाता है। आपने इनकी जीवनी भी पड़ी होगी जिसमें यह पहले एक डाकू के रूप में जाने जाते थे और फिर इन्हें वाल्मीकि के नाम से जाना गया। इनके जीवन का सफर काफी रोचक रहा और क्या आपको पता है ' रामायण के रचयिता' वाल्मीकि को इस दुनिया का सबसे पहला कवि भी माना जाता है। वाल्मीकि ही सबसे पहले कवि थे। क्योंकि आदि काव्य के रूप में इनकी रचना रामायण को सबसे पहला काव्य माना गया है। इसमें कोई दो राय नहीं की रामायण की रचना महर्षि वाल्मीकि जी ने ही की है।

विभिन्न रामायण ग्रंथ और उनके रचयिता 

ग्रंथ का नाम।                      रचीयता 

राम चरित्र मानस                 तुलसीदास 
अध्यात्म रामायण                वेदव्यास 
रामायण।                          महर्षि वाल्मीकि
रामायण तत्व दीपिका          महेश्वर तीर्थ
रामायण तिलक                  नागोजी भट्ट 
जानकी हरण                     कुमार दास 
अद्भुत रामायण                  वाल्मीकि
आनंद रामायण                   वाल्मीकि
उत्तर रामचरित्र                    भवभूति 

रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि - एक कथन

Asali Ramayan ke rachayita kaun hai रामायण के रचयिता कौन है? दोस्तों हिंदू धर्म में करोड़ों कहानियां और ग्रंथ मशहूर हैं जिनमें से एक यह कि महर्षि वाल्मीकि जी को साक्षात भगवान का रूप माना जाता है और कहां जाता है कि यह भूतकाल, भविष्य काल और वर्तमान काल को देख सकते हैं। इसलिए इन्हें त्रिकालदर्शी भी कहा जाता है।

पुराने ग्रंथों के अनुसार ब्रह्मा जी की आज्ञा से ही महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना की थी।इसके साथ ही रामायण की रचना को लेकर एक क्रोच पक्षी की कहानी भी काफी प्रसिद्ध है। यह भी कहा जाता है कि महर्षि वाल्मीकि जी ने क्रोच पक्षी के शिकार को देखते हुए ही रामायण की रचना की थी। यह प्रसंग हमारे ग्रंथों में काफी मशहूर है तो आइए इस पर थोड़ी नजर डालते हैं और पूरी बात जानते हैं।  

वाल्मीकि ने रामायण की रचना कैसे की 

Asali Ramayan ke rachayita kaun hai रामायण के रचयिता कौन है? कई युगों पहले की बात है महर्षि वाल्मीकि जी जंगल में साधना कर रहे थे तभी उनकी नजर एक शिकारी पर पड़ी जो कि एक क्रोच पक्षी का शिकार कर रहा था उस पक्षी का शिकार होते हुए देख वाल्मीकि को बड़ा दुख हुआ तभी उनके मुख से एक श्लोक निकल पड़ा।

मा निषाद प्रतिष्ठा त्वमगमः शाश्वती समाः।
यत्क्रौंचमिथुमादेकम् अवधीः काममोहितम्।।

इसी एक श्लोक से पूरी रामायण की रचना करी गई थी और यह भी कहा जाता है कि यह रामायण की रचना के समय का पहला श्लोक था। वाल्मीकि जी ने इस संस्कृत के श्लोक में शिकारी को कहा है कि जिस प्रकार तुम इस क्रोच पक्षी का शिकार कर रहे हो एक दिन तुम भी इसी पक्षी की तरह दुख पाओगे। पुराने ग्रंथों में यह प्रसंग काफी प्रसिद्ध है। इस प्रकार वाल्मीकि जी ने एक श्लोक से पूरी रामायण की रचना करी थी।

रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि क्या एक डाकू थे? आइए जानते हैं।

यह प्रसंग भी काफी प्रचलित है और लोग भी यह जानना चाहते हैं कि क्या महर्षि वाल्मीकि पहले एक डाकू थे आइए इस कहानी को भी जानते हैं।

महर्षि वाल्मीकि भगवान कश्यप और अदिति के प्रपौत्र थे इनके पिता का नाम प्रचेतस था।

कहा जाता है कि इनको बचपन में एक भील चुरा कर ले गया था और उसी ने इनका पालन पोषण किया भील एक प्रकार की डाकू जाति होती है। लेकिन बाद में जैसे-जैसे वह बड़े होने लगे उन्होंने वाल्मीकि बनाने का सफल तय किया और आज वह विश्व के पहले कवि माने जाते हैं। तो यह थी उनके डाकू से वाल्मीकि बनने तक की कहानी आशा करते हैं आपको पसंद आई होगी।

Conclusion

आज इस ब्लॉग में हमने जाना Asali Ramayan ke rachayita kaun hai, रामायण के रचयिता कौन है? क्या वाल्मीकि पहले एक डाकू थे, रामायण की रचना किसने की, किस एक श्लोक से रामायण की रचना करी गई, वाल्मीकि ने रामायण की रचना कैसे करी आदि। हमें उम्मीद है आपको हमारी यह पोस्ट Asali Ramayan ke rachayita kaun hai अच्छी लगी होगी। आप इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर जरूर करें और अगर आपको इसी प्रकार कोई और जानकारी जाननी हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं हम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे धन्यवाद।
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