12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने वाले कोर्स की पूरी जानकारी | 12th ke baad Psychology me career in Hindi
12वीं के बाद विद्यार्थी को करियर बनाने के बहुत से ऑप्शन मिलते है। उनमें से एक ऑप्शन मनोविज्ञान का होता है। तो हम आपको 12वी के बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने वाले कोर्स की जानकारी देंगे।
Hello friends मेरा नाम अनुराग है और आज हम 12th ke baad Psychology me career के बारे में चर्चा करेंगे। पहले के समय में विद्यार्थी के पास करियर के रूप में ज्यादा विकल्प नहीं थे। परंतु आज के समय में बहुत से अलग अलग विषयो और उनसे सम्बंधीत अलग अलग फील्ड में अच्छा करियर बनाने के विकल्प है।
विद्यार्थी सबसे ज्यादा विज्ञान के फील्ड को अपने करियर के विकल्प के रूप में सबसे पहले देखते है। और इसमें Medical field एक जरूरी भाग है।
इसी से संबंधित एक मुख्य विषय Psychology मतलब मनोविज्ञान है।
इसी से रिलेटेड विद्यार्थियो के मन में ये सवाल रहता है,की 12th ke baad Psychology me career kaise banaye? या 12th ke baad psychology course list क्या है?
इसके लिए कैसे और क्या पढ़ाई करनी होती है? ताकि 12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर बना सके।
12वी के बाद मनोविज्ञान में करियर
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12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने वाले कोर्स? |
सबसे पहले हम मनोविज्ञान के बारे मे बात करते है। मित्रो आज के समय में इस भागदौड़ वाली जिंदगी और आपाधापी के चलते लोगो की जिदंगी में तनाव, चिंता और अवसाद जैसी परेशानी बहुत तेजी से बढ़ रही है।
और इन्ही सभी कारणो के चलते लोगो की मानसिक परेशानी बढ़ रही है। यहीं पे साइकोलॉजी के जानकार मतलब मनोविज्ञानिको की जरूरत पड़ती है।
मनोवैज्ञानिक की जरूरत मानसिक परेशानीयो के हल के साथ इस से जुड़ी विभिन्न पहलुओं के अध्ययन के लिए भी पढ़ती हैं।
आसान भाषा में कहे तो साइकोलॉजी ट्रीटमेंट, दवाइयों को खाए बिना व्यक्ति की सोच में परिर्वतन लाने पर आधारित होता हैं।
आज के समय के हिसाब से बढ़िया मनोविज्ञानिको की आवश्यकता बहुत बढ़ गई है।
12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने के लिए विद्यार्थी सामान्यतः B.A in साइकोलॉजी का कोर्स करते है।
12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने के लिए 12th के बाद विद्यार्थी को सबसे पहले बैचलर इन साइकोलॉजी और उसके बाद मास्टर इन साइकोलॉजी जैसे courses करने होते है। सामान्यतः यह कोर्स करने के बाद ही विद्यार्थी इस फील्ड मे प्रवेश कर सकते है।
साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स की अवधि 3 साल की होती है। और वही मास्टर कोर्स की 2 साल की अवधि होती है। आप मास्टर डिग्री के बाद स्पेशलाईजेशल भी कर सकते है।
इसके अंतर्गत अलग अलग स्पेशलाइजेशन आ जाते है। जैसे -
- Social Psychology
- Industrial Psychology
- Consumer Psychology
आदि में से किसी में भी स्पेशलाइजेशन कर सकते है। और फिर आप स्पेशलिस्ट बन सकते है।
इस फील्ड में रोजगार की कमी नहीं है। इन दिनों में मनोविज्ञान में अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
Psychologists के जॉब फील्ड को देखे तो वे गवर्मेंट हॉस्पिटल और प्राइवेट, यूनिवर्सिटी, स्कूल,कॉलेज, रिसर्च आर्गनाइजेशन, कॉरपोरेट हाउस, प्राइवेट इंडस्ट्री आदि जगहों पे आसनी से रोजगार प्राप्त कर सकते है।
इनके अलावा psychology में स्पेशलाइजेशन कर सकते है, जो को Psychology Career के लिए बहुत ही अच्छा साबित होगा।
साइकोलॉजी फील्ड में बहुत से करियर फील्ड है, जिसमे आप अपने रुचि के अनुसार जा सके है। इसमें
- काउंसलर
- करियर काउंसलर
- क्लिनिकल साइकोलजिस्ट
- फोरेंसिक सैकोलजिस्ट
- इंडस्ट्रियल या आर्गनाइजेशन साइकोलॉजिस्ट
आदि आ जाते है।
मनोविज्ञान मे करियर के लिए 12th के बाद के कोर्स
जैसा की हमने ऊपर जाना की 12वी बाद मनोविज्ञान में करियर बनाने के लिए पहले आपको Bachelor of arts in psychology मतलब BA in साइकॉलजी का कोर्स करना होता है।
इसको पूरा करने के बाद Master of Arts and Psychology मतलब M.A in साइकॉलजी का कोर्स करना होता है।
इसके बाद आप Specialisation कर सकते है। आप PG Diploma in psychology कर सकते है।
इन अलग अलग कोर्स में एडमिशन बात करे तो B.A या B.A ओनर्स इन साइकॉलजी में एडमिशन के लिए विद्यार्थी के 50 प्रतिशत के साथ 12वी क्लास पास होना अनिवार्य है।
इसके अलाव PG(पोस्ट ग्रेजुएशन मतलब M.A in psychology) या diploma भी कर सकते है। जिसके लिए आपको 55 प्रतिशत के साथ साइकोलॉजी विषय में ग्रेजिएशन की डिग्री जरूरी हो जाती है।
Phd या एमफिल की बात करे तो इसे करने के लिए विद्यार्थी के 55 प्रतिशत के साथ साइकॉलजी मे पोस्ट ग्रेजुएट होना आवश्यक हो जाता है।
साइकॉलजी मे विद्यार्थी के पास निम्नलिखित कोर्स करने का ऑप्शन होता है -
- BA इन साइकोलॉजी
- BA ऑनर्स इन साइकोलॉजी
- BSC इन अप्लायड साइकोलॉजी
- PG diploma इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग
- PG diploma इन चाइल्ड साइकोलॉजी केयर एंड मैनेजमेंट
- PG diploma इन क्लिनिकल एंड कम्युनिटी साइकोलॉजी
आदि। देश के जो बहुत सी मुख्य यूनिवर्सिटीज है, जिनमे दिल्ली यूनिवर्सिटी,जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी,बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी आदि जैसे मुख्य नाम आते है। साइकोलॉजी के यह कोर्स उन सभी में उपलब्ध है।
इस फील्ड में अगर आपको आगे बढ़ना है, तो आप इस विषय के डिग्री के बाद ( MSC या MA या अप्लायड साइकोलॉजी के कोर्स के बाद) साइकोलॉजी में 2 साल वाला एमफिल कर सकते है।
इसके बाद आप खुद का क्लिनिक भीं खोल सकते है। जैसा हमने आपको बताया, देश भर में बहुत सी यूनिवर्सिटी है जो साइकोलॉजी में MA आदि से अन्य उच्च डिग्री कोर्स कराती है।
इसके लिए एंट्रेस एग्जाम और इंटरव्यू का आयोजन किया जाता है। जो भी विद्यार्थी इसके इच्छुक है, वे यह कोर्स करने के लिए अप्लाई कर सकते है।
Conclusion
उपर हमने इस आर्टिकल में 12वी के बाद मनोविज्ञान में करियर के बारे में चर्चा करी है। आज के समय में मानसिक परेशानियों और तनाव के उपचार के लिए साइकोलॉजिस्ट की आवश्यकता बढ़ी है।
आज के समय में साइकोलॉजी विद्यार्थी के लिए करियर का एक बहुत बढ़िया विकल्प के रूप में आ रहा हैं।
ऐसे में विद्यार्थियो के मन में प्रश्न रहता है की 12वी बाद मनोविज्ञान में करियर कैसे बनाए? उपर हमने इसी के बारे में बढ़िया से बताने की कोशिश की है। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तो के साथ शेयर करे और इस पर कमेंट करे।
12वीं के बाद मनोविज्ञान में करियर FAQs
Q1.मनोविज्ञानिक किसे कहते है?
Ans. लोगो की जिदंगी में तनाव, चिंता और अवसाद जैसी परेशानी बहुत तेजी से बढ़ रही है।इन्ही परेशानी और चिंता को बिना गोलियों और दवाइयों के लोगो की सोच में परिवर्तन लाके उनकी चिंता को दूर करने वाले व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक कहते है।
Q2. BA और BA इन ओनर्स के लिए12वी में कितने प्रतिशत अंक चाहिए?
Ans. 50 प्रतिशत अंक के साथ 12वी में पास होना अनिवार्य है। तभ ही आप BA या BA इन ओनर्स कर सकते है।
Q3.BA और MA कितने साल की होती है?
Ans. BA 3 साल की होती है। और वही MA 3 साल की होती है।
Q4. psychology फील्ड में कौन कौन से कोर्स कर सकते है?
Ans.साइकॉलजी मे विद्यार्थी के पास निम्नलिखित कोर्स करने का ऑप्शन होता है -
- BA इन साइकोलॉजी
- BA ऑनर्स इन साइकोलॉजी
- BSC इन अप्लायड साइकोलॉजी
- PG diploma इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग
- PG diploma इन चाइल्ड साइकोलॉजी केयर एंड मैनेजमेंट
- PG diploma इन क्लिनिकल एंड कम्युनिटी साइकोलॉजी