बिजनेस रजिस्ट्रेशन कैसे करें? Business registration kaise karen in Hindi

क्या आप भी जानना चाहते है, की Business registration kaise karen. तो चिंता मत करिए आज हम इस आर्टिकल Business registration kaise karen में पूरी जानकारी देंगे। ताकि आप आराम से अपना बिजनेस रजिस्ट्रेशन कर सके

Hello friends मेरा नाम अनुराग है। आज के समय में हर व्यक्ति अपना व्यापार चालू करना चाहता है। यदि आप उन सभी में से है, जो व्यापार करने का विचार बना रहे है। और इस से समाज की सहायता करने की सोच रहे है। तो ये व्यापारिक विचार आपको बहुत ज्यादा पैसा दे सकता है।

इसके लिए Business registration kaise karen की पूरी प्रक्रिया आनी चाहिए। ताकि कानूनी तौर पर आपका बिजनेश रजिस्टर हो सके। और इसे एक मान्यता समाज में मिल सके।

सरकार को किसी भी व्यापार को जानकारी देने के प्रोसेस को बिजनेश रजिस्ट्रेशन कहलाती है। एक यह बहुत जरूरी प्रक्रिया है, जिसके बारे में कई लोगो को नही पता है।

आज हम इस प्रोब्लम को हल करते हुए इसे तरीके बताऐंगे, जिनका उपयोग करके आप खुद के बिजनेश को कानूनी मान्यता दे सकते है।


बिजनेस रजिस्ट्रेशन कैसे करे? (Business registration kaise karen)

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Business registration kaise karen in Hindi


बिजनेस रजिस्ट्रेशन क्या होता है

जैसा कि ऊपर हमने आपको बताया है कि सरकार को अपने बिजनेश को जानकारी देना बिजनेश रजिस्ट्रेश कहलाता है। यदि हम इस प्रोसेस को परिभाषित करे तो बोलेंगे को बिजनेश रजिस्ट्रेशन आपको एक डॉक्युमेंट मुहैया कराते है, जो यह साबित करता है की आप सरकार के सारे नियम का पालन सही तरीके से करते हुए अपने बिजनेश में सर्विस या प्रोडक्ट को बना रहे है। और कोई नियम को तोड़ते हुए अपने ग्राहक के सुविधा दे रहे है।

इसके साथ ही govt. के खाते में आपके बिजनेश को मान्यता दे दिया जाता है। ताकि govt. की सारी योजनाओं के लाभ आप उठा सके।

ऐसे कहे तो यह 4 प्रकार के कागज का मिश्रण है। लेकिन यह एक बहुत ही जरूरी दस्तावेज है, जिसका आप उपयोग करके govt. से प्राप्त होने वाली सारी व्यापारिक योजनाएं का लाभ ले सके। और अपने बिजनेश से होने वाली इनकम के बेस पर govt. को अपने देश की तरक्की के लिए टैक्स दे सकेंगे। 

मेने नीचे सरल भाषा में अपने बिजनेश को govt. के खाते में रजिस्टर कराने और व्यापार की मान्यता को प्राप्त करने के लिए बिजनेस रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किस तरह करे, इस बारे में बताया गया है।


बिजनेस रजिस्ट्रेशन कितने प्रकार का होता है

आज के समय में बहुत से लोग अलग-अलग प्रकार के बिजनेस बना रहे हैं। हर तरह के बिजनेस को समझने एवं इसके कार्य प्रणाली का हिसाब रखने के लिए govt. ने बिजनेस को अलग अलग भागो में बांटा है। जिसके बेस पर बिजनेश रजिस्ट्रेशन का भी अलग अलग प्रकार में बांटा गया है। तो चलिए इनके बारे में चर्चा करते है।


प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी

यह इस तरह की कम्पनी है, जिसमे कई लोग पैसा लगाते है। और कम्पनी के लेबिलिटी और एसेट को आपस में बांट देते है। जिस से खर्चा और मुनाफा दोनो सभी के मध्य समान बट जाता है। और कम्पनी चलती है।

जो आदमी इसमें सबसे अधिक खर्च उठाता है, उसको ही कंपनी का मालिक बोला जाता है। और उस आदमी को कम्पनी का सबसे ज्यादा मुनाफा दिया जाता है।

ऐसी कम्पनियों को प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी बोला जाता है।


पब्लिक लिमिटेड कम्पनी

ऐसी कंपनी के लिए नियम और कानून सन 2013 में पहली बार बनाया गया यह ऐसी कंपनी है ,जिसमें जनता के पैसे से कंपनी के खर्च को लिया जाता है। कहने का मतलब यह है कि कंपनी के शेयर को शेयर मार्केट के द्वारा बेचा जाता है। उस आने वाले पैसे कंपनी अपने प्रोडक्ट बनाती है।

उसके बाद जब भी कंपनी का मुनाफा होता है। तब कंपनी को चलाने वाला आदमी कुछ लाभ रखकर बाकी का लाभ शेयर मार्केट में जिन ने शेयर खरीदा था उन लोगो के बीच विभाजित कर देता है।

आसान भाषा में यह कंपनी का रजिस्ट्रेशन इस आधार पे होता है, की उस कम्पनी का ज्यादतर पैसा लोग शेयर को खरीद कर दे रहे है।


पार्टनरशिप फर्म

ऐसे व्यापार का बिजनेस रजिस्ट्रेशन थोड़ा अलग तरह से होता है। इस तरह के बिजनेस का नियम और कानून सन 1932 में पहली बार बनाया था। पार्टनरशिप बिजनेस का मतलब यह है, की एक से ज्यादा लोग आपस में समूह बनाकर समझौता कर लेते हैं की कैसे लाभ और खर्च को बांटा जाए और इसी के आधार पर बिजनेश चालू किया है।


वन पर्सन कम्पनी

वर्तमान में सबसे ज्यादा व्यापार इसी कांसेप्ट पर आधारित है। इसका मतलब यह है, की ऐसा व्यापार जिसमे कंपनी का मालिक एक व्यक्ति होता है। उसके अनुसार ही कंपनी का फैसला होगा। वह अपनी इच्छा के अनुसार कंपनी चला सकता है।


सेक्शन 8 कंपनी

इसे नन प्रॉफिटेबल कंपनी भी बोला जाता है। इस कंपनी को लाभ कमाने के लिए चालू नहीं किया जाता है। इसका मुख्य काम चैरिटी करना होता है, या समाज में सुधार लाना।

इस प्रकार के बिजनेश या कम्पनी को चालू करते समय आपके पास मिनिमम दो शेयर होल्डर और दो डायरेक्टर होना चाहिए। इसमें आपको अलग तरह के डॉक्युमेंट अपने बिजनेश को शुरू करने के लिए दिए जायेंगे।

आपकी कम्पनी भले ही किसी भी प्रकार की हो, आपको अपने बिजनेश का रजिस्ट्रेशन करना ही होगा। इसके लिए हमने नीचे निर्देश बताए है, उनका पालन करे। आपको सबसे पहले चुनना होगा की आप किस तरह का व्यापार और किस फील्ड में आपका व्यापार आता है। उसके बाद नीचे दिए निर्देशों को फॉलो करे।


बिजनेस रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

यह बढ़ा ही आसान है। लोगो को पता नही होता है, की यह कौनसी जगह पर और कौनसे दस्तावेज लेना है। इसलिए यह बढ़ा ही भागदोर का काम होता है।

यदि हमारे द्वारा बताए गए निर्देशों को पालन करेंगे तो आपका काम आसानी से हो जाएगा। इसके 4 तरीके होता है।

जिला कार्यालय में रजिस्ट्रेशन

इसके बाद अपने बिजनेस के लिए निगम लाइसेंस प्राप्त करे

आपको हर सेफ्टी डिपार्टमेंट से NOC लेना होगी

फैक्ट्री लाइसेंस प्राप्त करे

इसके बाद अपने बिजनेस का GST रजिस्ट्रेशन करावे

ऊपर दिए गए तरीके को नियमानुसार पालन करने से आपका बिजनेश रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। ऐसा आप कैसे करेंगे, इसके लिए नीचे हमने बताया है।


जिला कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करावे

आप जब भी कोई बिजनेश शुरू करेंगे उस से पहले आपको अपने जिला कार्यालय में उस बिजनेश का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके लिए आपको खुद का पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ,शुरू कर रहे व्यापार की जानकारी, उस स्थान से जुड़े सारे दस्तावेज जहा आप व्यापार शुरू कर रहे है, इसके साथ बिजनेश रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन पत्र यह सब आपको अपने जिला उद्योग कार्यालय में देना होगा।


जिला कार्यालय रजिस्ट्रेशन के लिए दस्तावेज

  • कोई भी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड
  • परमानेंट एड्रेस प्रूफ
  • जिस जगह आप व्यापार चालू कर रहे है, उसका एड्रेस प्रूफ और यदि रेंट पे है तो रेंट प्रूफ ।
  • अपने बिजनेश के लिए लगने वाले इक्विपमेंट के इनफॉर्मेशन एक कागज में लिख कर और उस इक्विपमेंट खरीदने का प्रूफ
  • अपने बिजनेश चालू करने से पहले का और बाद का आपका आय प्रमाण पत्र


अपने बिजनेस के लिए निगम लाइसेंस प्राप्त करे

हर नगर में एक नगर निगम होता है, वहा से आपको अपने बिजनेश के लिए लाइसेंस लेना होता है। यदि आपके पास यह लाइसेंस है तो आप अपना बिजनेश शुरू कर सकते है।

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरीके अपने व्यापार के लिए निगम लाइसेंस लेने के लिए उपलब्ध है। आप किसी भी तरीके से लाइसेंस ले सकते है। इसके बाद आप अपना बिजनेश चालू कर सकते है।

यदि आपको यह लाइसेंस चाहिए तो अपने एरिया के नगर निगम में दस्तावेज के साथ पहुंचे और लाइसेंस के लिए बात कीजिए। आपको छोटा सा शुल्क देना होगा। ऑनलाइन करना चाहते है तो आपको गूगल पर अपने शहर के नाम के साथ नगर निगम लिखा कर सर्च करे। आपको ऑफिसिल वेबसाइट मिल जायेगी। जिस पर आप लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते है।


निगम लाइसेंस के लिए दस्तावेज

  • जिला उद्योग कार्यालय की रजिस्ट्रेशन की कॉपी।
  • जिस जमीन पर बिजनेश चालू करना चाहे उसका मालिकाना हक या यदि रेंट पे है तो रेंट प्रूफ ।
  • एक कागज पर अपने बिजनेश का पूरा प्लान और इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट को जानकारी और उसके बिल की एक कॉपी।
  • आपकी एक पासपोर्ट साइज फोटो और लाइसेंस की फीस
  •  हर सेफ्टी डिपार्टमेंट से NOC 

वर्तमान में कोई बिजनेश को चालू करने से पहले उस से जुड़ी NOC जमा करना होता है। इसका मतलब यह है, की आपके व्यापार से किसी व्यक्ति और किसी भी तरह से पर्यावरण को हानि नही पहुंचनी चाहिए।

सबसे पहले आपको अपने शहर के पर्यावरण डिपार्टमेंट के सेफ्टी विभाग से NOC लेनी है। और उन्हें अपने बिजनेश की पूरी प्लानिंग बतानी होगी।

फिर आपको उस स्थान पर जाना है, जहा पर आप व्यापार चालू कर रहे है। वहा पर रह रहे लोगो से बात कर के उनके हस्ताक्षर लेवे की उनको आपके बिजनेश से कोई दिक्कत नही है।

अब आपको फायर डिपार्टमेंट में जाना होगा। और यदि आपके व्यापार में आग से बचने के लिए क्या पोसिबलिट है? इन बातो को डिटेल में बताकर वहा से NOC इकट्ठा कर ले।


फैक्ट्री लाइसेंस प्राप्त करे

ऊपर दिए गए जानकारी को फॉलो करने के बाद आप बिजनेश शुरू कर सकते है। लेकिन आपके पास फैक्ट्री लाइसेंस होने के बाद ही आपको पूरी तरह से सरकार की मान्यता मिल पाएगी।

इस कारण से बिजनेश को चालू कर सकते है, लेकिन पूर्ण तरह से सरकार की मान्यता और टैक्स के काम को पूरा करने के लिए फैक्ट्री लाइसेंस जरूरी होगा। फैक्ट्री लाइसेंस को मुहैया चीफ लाइसेंस करवाता है।

अपने बिजनेश में फैक्ट्री लाइसेंस की इनफॉर्मेशन लेने के लिऐ अपने शहर के लेबर विभाग में जाइए। आपको अपने बिजनेश की जानकारी लेबर विभाग में जमा करनी होगी। जिसके देखने के बाद आपको लघु उद्योग के लिए फैक्ट्री लाइसेंस देंगे।

फैक्ट्री लाइसेंस के लिए दस्तावेज

  • नगर निगम लाइसेंस
  • एनवायरनमेंटल विभाग की एनओसी
  • लघु उद्योग की प्लान कॉपी
  • फायर विभाग वाली एनओसी
  • एक flow chart जिसमे आप किस तरह अपने प्रोडक्ट को बनाएंगे और किस तरह बेचेंगे।
  • सार्टिफिक्टेड फीस

 

अपने बिजनेस का GST रजिस्ट्रेशन 

यदि आप किसी तरह का व्यापार चालू करते है, तो उस से होने वाला फायदे के आधार पर आपको govt. को टैक्स देना होता है। जिसके लिए GST रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।

वर्तमान में अलग अलग तरह का टैक्स नही लगता है। सिर्फ एक तरह का टैक्स लगता है, जिसे GST बोलते है। आप नगर निगम से GST करवा सकते है


Conclusion (Business registration kaise karen)

आजा हमने आपको Business registration kaise karen की पूरी जानकारी दी है। इसे पढ़ कर आप आराम से अपने बिजनेश रजिस्ट्रेशन करा सकते है। 

अगर आपको इस आर्टिकल Business registration kaise karen में किसी तरह का सवाल पूछना है तो आप कॉमेंट कर के पूछे। हम आपको जवाब जरूर देंगे।

हम आशा करते है, की यह आर्टिकल Business registration kaise karen आपके जरूर काम आएगा।


Business registration kaise karen - FAQs

Q1.निगम लाइसेंस के लिए दस्तावेज कौन कौन से है?

Ans.

  1.  जिला उद्योग कार्यालय की रजिस्ट्रेशन की कॉपी।
  2. जिस जमीन पर बिजनेश चालू करना चाहे उसका मालिकाना हक या यदि रेंट पे है तो रेंट प्रूफ ।
  3. एक कागज पर अपने बिजनेश का पूरा प्लान और इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट को जानकारी और उसके बिल की एक कॉपी।
  4. आपकी एक पासपोर्ट साइज फोटो और लाइसेंस की फीस


Q2.जिला कार्यालय रजिस्ट्रेशन के लिए दस्तावेज कौन कौन से है?

  1. Ans.कोई भी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड
  2. परमानेंट एड्रेस प्रूफ
  3. जिस जगह आप व्यापार चालू कर रहे है, उसका एड्रेस प्रूफ और यदि रेंट पे है तो रेंट प्रूफ ।
  4. अपने बिजनेश के लिए लगने वाले इक्विपमेंट के इनफॉर्मेशन एक कागज में लिख कर और उस इक्विपमेंट खरीदने का प्रूफ
  5. अपने बिजनेश चालू करने से पहले का और बाद का आपका आय प्रमाण पत्र


Q3.वन पर्सन कम्पनी किसे कहते है?

Ans.वर्तमान में सबसे ज्यादा व्यापार इसी कांसेप्ट पर आधारित है। इसका मतलब यह है, की ऐसा व्यापार जिसमे कंपनी का मालिक एक व्यक्ति होता है। उसके अनुसार ही कंपनी का फैसला होगा। वह अपनी इच्छा के अनुसार कंपनी चला सकता है।

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